भारत में बिज़नेस करना आसान पर निवेश कहां है?

भारत में जब कारोबार करने की बात आती है तो कई तरह की चीज़ें दिमाग में आती हैं


 वक्त तक उद्यमियों की शिकायत रही है कि एक कंपनी खड़ी करते वक्त भारत में नौकरशाही और लालफीताशाही का सामना करना पड़ता है. मंज़ूरी मिलने में देरी, कर और ज़मीन लेने में दिक्कतें और सामान सोर्स करने की चुनौतियां इसमें आम थी.


लेकिन विश्व बैंक की ओर से इसी हफ्ते जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक आज भारत में कारोबार करना पहले से काफ़ी आसान हुआ है.


डूइंग 'बिज़नेस इंडेक्स' में भारत 14 स्थान की छलांग लगाकर 63वें नंबर पर आ गया है. जबकि तीन साल पहले भारत इस सूची में 130वें नंबर पर था.


विश्व बैंक की रिपोर्ट "डूइंग बिज़नेस 2020" के मुताबिक भारत ने आर्थिक मोर्चों पर कई सुधार किए हैं और वो लागातार तीसरे साल सुधार करने वाले विश्व के टॉप दस देशों में शामिल रहा है.


इसमें इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी सुधार, कंस्ट्रक्शन के परमिट, टैक्स भरने और सीमा पार व्यापार से जुड़ी प्रक्रिया में सुधार शामिल है.


रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' अभियान का भी ज़िक्र है. जिसका मक़सद देश की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए मेन्युफेक्चरिंग में विदेशी निवेश आकर्षित करना है.


रिपोर्ट में कहा गया है कि "भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार को देखते हुए ये सुधार सराहनीय हैं."