ब्रेग्ज़िट को लेकर ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच एक नई डील पर सहमति बन गई है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी.
ब्रसेल्स में ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के वार्ताकारों ने आख़िरकार इस विषय पर सहमति बना ली.
जॉनसन ने ट्वीट किया, ''हमलोगों ने शानदार नई डील को हासिल कर लिया है जिसने हालात को नियंत्रण में ले लिया है.''
दोनों पक्ष के वार्ताकार इस नई डील के क़ानूनी मसौदे पर काम कर रहे थे लेकिन अभी इस मसौदे को ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के संसद की मंज़ूरी हासिल करना बाक़ी है.
यूरोपीय संघ के अध्यक्ष ज़्यां-क्लाउड जंकर ने कहा कि ये निष्पक्ष और संतुलित समझौता है.
जंकर और जॉनसन ने अपने-अपने संसद से अपील की है कि वो इस नई डील का समर्थन करें.
ब्रिटेन के नेता प्रतिपक्ष लेबर पार्टी के जेरेमी कोर्बेन ने कहा कि नई डील तो उससे भी बदतर है जो पूर्व प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे ने तय किया था. कोर्बेन ने कहा कि इस नई डील को सांसदों के ज़रिए ख़ारिज किया जाना चाहिए.
यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार माइकल बर्नियर ने कहा कि नई डील के चार प्रमुख बिंदु हैं.
-उत्तरी आयरलैंड अभी भी यूरोपीय संघ के कुछ सीमित नियम-क़ानून से बंधा होगा.
-उत्तरी आयरलैंड ब्रिटेन के कस्टम सीमा के अंदर होगा लेकिन वो यूरोपीय संघ के सिंग्ल मार्केट के लिए प्रवेश द्वार होगा.
-इस बात पर सहमति बनी है कि यूरोपीय संघ एक सिंग्ल बाज़ार होगा लेकिन वैट पर ब्रिटेन के जायज़ हितों का ख्याल रखा जाएगा.
-उत्तरी आयरलैंड के प्रतिनिधि हर चार साल पर ये फ़ैसला करेंगे कि वो उत्तरी आयरलैंड में यूरोपीय संघ का नियम लागू करना चाहते हैं या नहीं.
लेकिन डीयूपी और उत्तर आयरलैंड की पार्टी ने इस नई डील को मानने से इनकार कर दिया है.