पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान चीन के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे में बीजिंग में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि वो चीन के राष्ट्रपति शी ज़िनपिंग की नीतियों को अपनाना चाहते हैं.
पीएम ख़ान ने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति जिनपिंग ने भ्रष्ट लोगों को जेल में डाला था वैसे ही वो 500 भ्रष्ट लोगों को पाकिस्तान की जेल में डालना चाहते हैं.
चाइना काउंसिल फोर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड में बोलते हुए पीएम ख़ान ने कहा कि उन्होंने चीन से सीखा है कि देश में भ्रष्टाचार से कैसे निपटना है.
पीएम ख़ान ने कहा, ''शी जिनपिंग की पहचान भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ सख़्त अभियान चलाने वाले राष्ट्रपति की है. मैंने सुना है कि पिछले पाँच सालों में मंत्री स्तर के 400 लोगों को चीन में भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहरा जेल में डाला गया.''
इमरान ख़ान राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का हवाला दे रहे थे. इस अभियान की शुरुआत शी जिनपिंग ने 2012 में की थी. कहा जाता है कि इसके तहत लाखों लोगों के ख़िलाफ़ चीन में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ कार्रवाई हुई थी.
इमरान ख़ान ने काउंसिल को संबोधित करते हुए कहा, ''मुझे उम्मीद है कि राष्ट्रपति जिनपिंग की तरह ही 500 भ्रष्ट लोगों को पाकिस्तान की जेल में बंद कर पाऊंगा. दुर्भाग्य से पाकिस्तान में यह प्रक्रिया काफ़ी जटिल है.''
इमरान ख़ान ने कहा कि देश में निवेश की राह में सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार है.
पीएम ख़ान ने कहा कि चीन ने जिस तरह से करोड़ों लोगों को ग़रीबी से बाहर निकाला है उसे पाकिस्तान को सीखने की ज़रूरत है. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि पिछले 30 सालों में चीन ने 70 करोड़ लोगों को ग़रीबी से बाहर निकाला है.
उन्होंने कहा कि ऐसा मानवीय इतिहास में कभी नहीं हुआ था.
इमरान ख़ान पीएम बनने के बाद तीसरी बार चीन के दौरे पर गए हैं.