कर्नाटक के एक निजी यूनिवर्सिटी के नियंत्रण के लिए दो भाइयों के बीच लड़ाई के कारण यूनिवर्सिटी के चांसलर को गिरफ़्तार कर लिया गया है. चांसलर प्रोफ़ेसर सुधीर अंगुर पर आरोप है कि वो यूनिवर्सिटी के एक पूर्व कुलपति की हत्या में कथित तौर पर शामिल थे.
पूर्व कुलपति डॉक्टर अयप्पा डोरे की हत्या कथित तौर पर इसलिए कर दी गई थी क्योंकि वो प्रोफ़ेसर मधुकर अंगुर के क़रीबी थे. प्रोफ़ेसर मधुकर अंगुर और उनके भाई प्रोफ़ेसर सुधीर अंगुर एलाएंस यूनिवर्सिटी पर नियंत्रण के लिए आपस में लड़ रहे हैं.
क़रीब एक दशक पहले ये यूनिवर्सिटी बनी थी जब सरकार ने निजी यूनिवर्सिटी खोलने की इजाज़त दी थी.
चांसलर प्रोफ़ेसर सुधीर अंगुर पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर अपने भरोसे के एक कर्मचारी सूरज सिंह को प्रोफ़ेसर डोरे और प्रोफ़ेसर मधुकर अंगुर का पीछा करने और उन पर नज़र रखने के लिए कहा था.
पुलिस का कहना है कि प्रोफ़ेसर सुधीर अंगुर ने काफ़ी समय तक उन दोनों पर नज़र रखवाने के बाद सूरज सिंह को सुपारी लेकर हत्या करने वालों को खोजने के लिए कहा. पुलिस के अनुसार इस काम के लिए प्रोफ़ेसर सुधीर ने कथित तौर पर सूरज सिंह को एक करोड़ रुपए दिए थे.