महाराष्ट्र चुनावः सीएम पद को लेकर शिवसेना-बीजेपी आमने सामने?


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब तक की जानकारी के मुताबिक़ बीजेपी-शिवसेना गठबंधन 161 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. वहीं कांग्रेस-एनसपी गठबंधन के खाते में अभी 98 सीटें जाती नज़र आ रही हैं.


बीजेपी गठबंधन ने सरकार बनाने के लिए ज़रूरी 145 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है लेकिन राज्य का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा या बीजेपी से इस पर दोनों पार्टियों की ओर से बयान सामने आ रहे हैं और असमंजस की स्थिति बरक़रार है.


चुनाव के रुझानों में तस्वीर साफ़ होने के बाद गुरुवार शाम को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और 50-50 के फ़ॉर्मूले पर ज़ोर डाला. उन्होंने कहा, ''50-50 के फ़ॉर्मूले पर बात हुई थी, जो तय हुआ है, वही होगा.''


अब कोई छोटा भाई नहीं- उद्धव


अब तक राज्य में शिवसेवा को बीजेपी का 'छोटा भाई' कहा जाता रहा है लेकिन उद्धव ठाकरे ने साफ़ कहा, ''अब बड़ा भाई या छोटा भाई जैसा कुछ बचा नहीं है. पावर शेयरिंग पहले से तय थी. मुख्यमंत्री कौन होगा और पावर शेयरिंग का समीकरण क्या होगा ये दोनों पार्टियों के बड़े नेता तय करेंगे. ज़रूरत हुई तो बीजेपी अमित शाह भी यहां आएंगे. '


क्या राज्य को शिवसेना का मुख्यमंत्री मिलेगा, इस सवाल पर उनका जवाब था, ''आपके मुंह में घी शक्कर.''


चुनावी राजनीती में क़दम रखने वाले उनके बेटे आदित्य ठाकरे की वर्ली सीट से जीत पर उन्होंने कहा, ''आदित्य पर अभिमान है, जनता ने आशीर्वाद दिया है. मैं जनता के सामने नत-मस्तक हूं. जनता का आशीर्वाद आदित्य और पार्टी पर बना रहे यही हमारी ताक़त है. ये जनादेश आंखे खोलने वाला है.''


एनसीपी और शरद परवार पर उद्धव ठाकरे का रूख़ थोड़ा नरम नज़र आया. जब उनसे एनसीपी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''एनसीपी को जो जनादेश मिला है मुझे उससे कोई परेशानी नहीं है. व्यक्ति केंद्रित प्रचार ना होकर राज्य के मुद्दे सर्वोपरि होने चाहिए.''


सब पहले से तय फॉर्मूले पर ही होगाफडवीस


इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद और सरकार बनाने के सवाल पर कहा, ''शिवसेना और हमारे बीच जो तय हुआ है हम उसके मुताबिक़ ही आगे बढ़ेंगे और सही वक़्त पर आपको हमारा फ़ैसला पता चल जाएगा. सीएम कौन होगा इसका जवाब मैं चुनाव से पहले दे चुका है. वहीं आगे होने वाला है.''


आपको पता दें कि चुनाव से पहले देवेंद्र फणनवीस ने कहा था कि ''सीएम का पद रिज़र्व है, शिवसेना डिप्टी सीएम पद पर विचार कर सकती है.''