दिवंगत भाजपा नेता से बीमारी ठीक करने के नाम पर हुई थी 21.50 लाख की ठगी, एक साल बाद खुला मामला




  • पिछले वर्ष बीमारी के दौरान भाजपा नेता को दिया था बीमारी से निजात दिलाने का झांसा

  • हरिद्वार में स्वामी कैलाशानंद ने कराई थी उमेश अग्रवाल की कथित डॉक्टर से मुलाकात

  • अग्रवाल के बेटे ने डॉक्टर दंपति व दो अन्य महिलाओं के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा



 

विस्तार


हरिद्वार में पिछले साल बीमारी की हालत में दिवंगत भाजपा नेता उमेश अग्रवाल से इलाज के नाम 21.50 लाख रुपये की ठगी हुई थी। हरिद्वार के आश्रम में मुलाकात के दौरान एक कथित डॉक्टर दंपति ने उन्हें नई वैज्ञानिक पद्धति से इलाज का झांसा देकर मोटी रकम बैंक खाते में डलवा ली थी, लेकिन उनके इलाज से भी अग्रवाल की तबीयत नहीं सुधरी।
 

इसके बाद सिंगापुर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। अब उनके बेटे की तहरीर के आधार पर कनखल थाना पुलिस ने कथित डॉक्टर अजय मगन, उसकी पत्नी और दो अन्य महिलाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

एसपी क्राइम मंजूनाथ टीसी को दिए प्रार्थनापत्र में दिवंगत उमेश अग्रवाल के बेटे प्रांजल अग्रवाल निवासी देहरादून ने बताया कि पिछले साल उनके पिता की मुलाकात दक्षिण काली मंदिर पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद के यहां अजय मगन नाम के व्यक्ति से हुई थी। उनके पिता ने अपनी गंभीर बीमारी का जिक्र किया तो अजय मगन, उसकी पत्नी पूजा मगन ने नई वैज्ञानिक पद्धति से इलाज कर बीमारी दूर करने का दावा किया था


पहले तबीयत बिगड़ती है कहकर ठगे थे पैसे



आरोप है कि इसी दौरान दंपति ने विश्वास दिलाया कि वह एक अस्पताल खोल रहे हैं, जिसके लिए कई हाईटेक मशीनों की जरूरत है। यदि वह कुछ रकम दे देते हैं तो उनके इलाज के साथ आमजन का भी भला होगा। आरोप है कि विश्वास करते हुए उन्होंने अजय मगन, पूजा मगन, रीना कपूर और ऋतु सिंह के खाते में 21.50 लाख रुपये डाल दिए।

प्रांजल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पिता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो अजय और पूजा मगन ने भरोसा दिलाया कि इस थेरेपी में पहले तबीयत बिगड़ती है, फिर जल्द सुधार होता है। कोई सुधार न होने पर वह पिता को इलाज के लिए सिंगापुर लेकर गए, जहां नौ जून 2019 को उनका निधन हो गया।

आरोप लगाया कि जब उन्होंने दंपति से रकम वापस मांगी तो दंपति ने हत्या की धमकी दी। एसओ हरिओम राज चौहान ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपी अजय मगन, पूजा मगन निवासी योगी फार्मेसी कृष्णानगर, लक्सर मार्ग हरिद्वार, रीना कपूर और ऋतु सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।


कैलाशानंद की भूमिका की होगी जांच



हाई प्रोफाइल ठगी में स्वामी कैलाशानंद की भूमिका की भी पुलिस जांच करेगी। दरअसल, जिस भूमि पर अजय मगन अस्पताल बनाने का दावा कर रहा था वह जमीन अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर रहे स्वामी रसानंद की थी। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद अग्नि अखाड़े से जुड़े होने के कारण स्वामी कैलाशानंद उस जमीन पर काबिज हो गए।

उन्होंने ही भूमि अजय मगन को दी थी और भाजपा नेता की मुलाकात भी उन्होंने ही कराई थी। एसओ हरिओम राज चौहान ने बताया कि मामले में स्वामी कैलाशानंद की भूमिका को लेकर भी पड़ताल की जा रही है। वहीं, इस संबंध में जब स्वामी कैलाशानंद से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो कॉल रिसीव नहीं हुई। उनका पक्ष आते ही उसे भी हूबहू प्रकाशित किया जाएगा। 

कभी बड़ा नाम था योगी फार्मेसी
ठगी के आरोपी अजय मगन की पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी ठीकठाक रही है। दरअसल, योगी फार्मेसी संस्थान का अच्छा खासा नाम था और यहां बनने वाली आयुर्वेदिक दवाइयों की सप्लाई देश के कई हिस्सों में होती है, लेकिन नकली नोट छापने के आरोप में अजय मगन के भाई दिवंगत अविनाश मगन की गिरफ्तारी हुई थी तो इस परिवार के बुरे दिन शुरू हुए थे। कुछ वर्ष पूर्व परिवार की स्थिति में फिर सुधार आया था।