ख़ज़ाने के लालच में तांत्रिक के साथ मिलकर की गई थी मासूम की हत्या


उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले में तांत्रिक के कहने पर चार साल के एक मासूम बच्चे की बलि देने का मामला सामने आया है.


पुलिस ने इस मामले में एक तांत्रिक समेत दस लोगों को गिरफ़्तार किया है जबकि मुख्य तांत्रिक अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर बताया जा रहा है.


पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने बताया है कि बीसलपुर कोतवाली के गांव पुरैनिया रामगुलाम में खेत में दबे ख़ज़ाने को पाने के लालच में कुछ लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया.


एसपी अभिषेक दीक्षित का कहना था, "पुलिस को पता चला था कि एक चार वर्षीय बालक की तालाब में लाश पड़ी है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद संदेह हुआ. तफ़्तीश के बाद पता चला कि गांव के ही कुछ लोगों ने ख़ज़ाने के लालच में तांत्रिक अनुष्ठान किया और फिर बच्चे की हत्या कर दी."


सभी लोग काम में व्यवस्त थे, उसी समय बालक रहस्यमय तरीक़े से लापता हो गया. काफ़ी तलाश के बाद अगले दिन तालाब के ही पास बालक का शव बरामद हुआ.


मृत बालक के पिता प्रेमशंकर का कहना था, "गांव के सुधीर के खेत में तंत्र-मंत्र का मायाजाल दिखा और जब पास में पहुंचे तो वहां ख़ून मिला. पुलिस को बताया गया तो सब कुछ पता चला."


घरवाले समझ रहे थे सामान्य हत्या


प्रेमशंकर ने उसी दिन पुलिस को सूचना दी जिस दिन बालक लापता हुआ लेकिन बालक की लाश मिलने के बाद पहले पुलिस उसे सामान्य हत्या ही समझ रही थी लेकिन जब तंत्र-मंत्र से संबंधित चीज़ें खेत में मिलीं तो पुलिस ने उस लिहाज़ से छानबीन शुरू की.


स्थानीय लोगों के मुताबिक़, पुलिस ने मामले को टालने की भी कोशिश की लेकिन प्रेमशंकर और उसके परिवार वालों ने जब इस बारे में पुलिस के उच्चाधिकारियों को बताया और पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट सामने आई, तब जाकर घटना की असली वजह के बारे में पता चला.


पुलिस के मुताबिक़, पुरैनिया गांव के निवासी प्रेमशंकर कश्यप अपने परिवार के साथ तालाब में सिंघाड़े निकालने गए थे.



पुलिस ने को घटना का पर्दाफ़ाश करते हुए एक महिला और एक तांत्रिक समेत कुल दस लोगों को गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया. दो अन्य लोगों की तलाश अभी जारी है जिनमें मुख्य तांत्रिक भी शामिल है.


पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित बताते हैं, "इस मामले में फ़रार तांत्रिक ओमकार को भी ढूंढ निकाला गया और जेल भेज दिया गया है. जल्द ही दूसरे तांत्रिक को भी गिरफ़्तार कर लिया जाएगा. तांत्रिक ने ही बताया कि किस तरह गांव के सुधीर ने अपने गन्ने के खेत में ख़ज़ाना गड़े होने की जानकारी दी और फिर सहयोगी तांत्रिक और अन्य लोगों के कहने पर मासूम बालक की बलि दी गई. बच्चे को मारने के बाद उसे तालाब में फेंक दिया गया."


मुख्य तांत्रिक अब तक फ़रार


पुलिस ने अभियुक्तों के क़ब्ज़े से तंत्र-मंत्र और हत्या में प्रयुक्त तमाम सामान और एक त्रिशूल भी बरामद किया है. हालांकि हत्या का मुख्य अभियुक्त सुधीर गंगवार और एक तांत्रिक अभी भी फ़रार बताए जा रहे हैं.


गांव वालों के मुताबिक़, मुख्य अभियुक्त सुधीर ट्रैक्टर मैकेनिक का काम करता है लेकिन जल्द अमीर बनने की चाहत में वह तंत्र मंत्र के चक्कर में पड़ गया.


गांव वालों की मानें तो इससे पहले भी उसने गांव की ही एक बच्ची की अगवा करने की कोशिश की थी.


हालांकि सुधीर के घर वाले उसे निर्दोष बता रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उसे बेवजह फँसाया जा रहा है.



पीलीभीत में इसी साल जनवरी में भी तंत्र-मंत्र के चक्कर में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी.


एक तांत्रिक ने तंत्र विद्या का झांसा देकर घर के पांच सदस्यों को ज़हरीला दूध पिलाकर मौत की नींद सुला दिया था और घर में रखे लगभग पांच लाख रुपये लेकर फ़रार हो गया था.


बाद में हत्या का पर्दाफ़ाश करते हुए पुलिस ने बताया था कि मृत परिवार के लोगों ने पड़ोसी को नुकसान पहुचाने के इरादे से ख़ुद ही तांत्रिक को बुलाया था लेकिन घर में रखी संपत्ति देखकर तांत्रिक की नीयत बदल गई और उसने पूरे परिवार को ही ख़त्म करने की कोशिश की.


तांत्रिक ने पूरे परिवार को पहले खाना खिलाया, उसके बाद तंत्र-मंत्र शुरू किया.


तंत्र-मंत्र के बाद सभी को प्रसाद के नाम पर ज़हरीला दूध पिला दिया जिसकी वजह से पांच लोगों ने दम तोड़ दिया. बाद में तांत्रिक को गिरफ़्तार कर लिया गया.