हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना को लेकर पूरे देश में उबाल है। हैदराबाद मामले पर लोकसभा में 12 बजे चर्चा होगी। वहीं राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस मामले उठाया। उन्होंने राज्य सरकार से इससे सख्ती से निपटने के लिए कहा। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश में जो घटनाएं घट रही हैं उनपर संसद भी चिंतित है।
जनता को सौंप दो ऐसे हैवान
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने हैदराबाद घटना पर कहा, 'मुझे लगता है कि यह समय ऐसा है जब लोग चाहते हैं कि सरकार उचित और निश्चित जवाब दे। इस तरह के हैवानों (दुष्कर्म और हत्या के आरोपी) को जनता को सौंप दो और इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दो। सरकार बताए कि निर्भया और कठुआ कांड में क्या हुआ?'
आरोपियों को 31 दिसंबर से पहले मौत की सजा
हैदराबाद की घटना पर एआईएडीएमके की सांसद विजिला सत्यनाथ ने कहा, 'देश महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। इस अपराध को करने वाले चार आरोपियों को 31 दिसंबर से पहले मौत की सजा दी जानी चाहिए। एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई जानी चाहिए। न्याय में देरी अन्याय होता है।'
सामाजिक सुधार के लिए सब आएं साथ
कांग्रेस सासंद अमी याज्निक ने राज्यसभा में हैदराबाद की घटना को लेकर कहा, 'मैं सभी प्रणालियों, न्यायपालिका, विधायी, कार्यकारी और अन्य प्रणालियों से अनुरोध करती हूं कि वे एक साथ आएं ताकि सामाजिक सुधार हो सके। इसे आपातकालीन आधार पर किया जाना चाहिए।'
कानून बनाने से हल नहीं होगी समस्या
कोई भी सरकार या नेता नहीं चाहता कि उनके राज्य में इस तरह की घटना घटे। यह समस्या केवल कानून बनाने से हल नहीं होगी। ऐसे कृत्यों को जड़ से खत्म करने के लिए, ऐसे अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है।