उत्तर प्रदेश के बरेली में सीएचसी की स्टॉफ नर्स ने चिकित्सा अधीक्षक के ड्राइवर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। नर्स ने कहा कि चिकित्सा अधीक्षक को आरोपी अपना मौसा बताकर उससे कई बार रेप की कोशिश कर चुका है। नौकरी से निकलवाने की धमकी दे रहा है। अधीक्षक ने आरोपी से किसी रिश्तेदारी से इंकार कर दिया। पुलिस ने चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़ित महिला पिछले काफी समय से सीएचसी में स्टाफ नर्स है। उसने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक ने अपनी निजी कार के लिए हेमंत को बतौर चालक नौकरी पर रखा हुआ है। इस कारण उसका अस्पताल में भी आना-जाना था। पिछले दिनों उसने फोन पर मुझे धमकाया कि तुम मेरी हो जाओ। विरोध किया तो रेप कर दूंगा
अस्पताल में आकर भी अभद्र ता और गालियां दी। इतना ही नहीं हेमंत ने चालक अधीक्षक को अपना मौसा बताकर नौकरी से बाहर निकलवाने की भी धमकी दी। पुलिस ने इस मामले की नामजद रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
नर्स का कहना है कि अस्पताल में आकर स्टाफ नर्स के कमरे का दरवाजा भी खटखटाता है। इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले हेमंत को नौकरी से निकाल दिया था। उससे उनका कोई रिश्ता नहीं है। उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
उन्हें जानकारी हुई है कि पिछले दिनों हेमंत ने अस्पताल में मरीज के रूप में आकर नर्स के कमरे का दरवाजा खटखटाने का प्रयास किया। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि नर्स की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है, जल्द ही आरोपी को जेल भेजा जाएगा।