16 दिसंबर 2012 को चलती बस में निर्भया के साथ दरिंदगी करने वाले चारों दोषी तिहाड़ जेल में बंद हैं और 22 फरवरी को इन्हें फांसी दी जानी है। निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा की तारीख मुकर्रर होने के बाद तिहाड़ जेल में बुधवार को काफी गहमागहमी रही। एक ओर जहां कैदियों के बीच इस फैसले को लेकर चर्चाएं हो रही है, वहीं जेल प्रशासन ने फांसी की प्रक्रिया को लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं। दूसरी ओर सूत्रों का दावा है कि निर्भया के चारों दोषियों को हाई सिक्योरिटी सेल में भेज दिया गया हैं। यहां इन पर सीसीटीवी के अलावा सुरक्षा बल 24 घंटे नजर रखे हुए हैं। जानिए क्या रहा चारों दोषियों का हाल जब उन्हें सौंपा गया डेथ वारंट और तिहाड़ को क्यों चाहिए दो जल्लाद....
डेथ वारंट मिलते ही लड़खड़ाए कदम
पटियाला हाउस कोर्ट से निर्भया के चारों दोषियों के डेथ वारंट जारी होते ही तिहाड़ जेल में हलचल बढ़ गई है। बुधवार को जेल प्रशासन की ओर से सभी दोषी मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को डेथ वारंट की कॉपी सौंप दी गई। जेल के सूत्रों के अनुसार जब इन्हें डेथ वारंट की कॉपी सौंपी गई तो इसे लेते ही चारों के कदम कुछ लड़खड़ा से गए। इनके अंदर मौत का खौफ देखा जा सकता था। हालांकि सूत्रों का ये भी कहना है कि इनके अंदर कोई पछतावा नहीं दिखा।
अफजल गुरु की तरह तिहाड़ में नहीं दफनाए जाएंगे
जानकारी के अनुसार इन चारों को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की तरह तिहाड़ जेल में नहीं दफनाया जाएगा, बल्कि इनके परिवारों को इनके शव सौंपे जाएंगे। इस संबंध में भी चारों दोषियों के पड़ोसियों का कहना है कि इनके शवों को दिन के बजाय रात में घर लाया जाए। ताकि बच्चे ये न पूछ लें कि ये कौन हैं और इन्होंने क्या किया था।
मनोचिकित्सक रख रहे दोषियों पर नजर
जेल सूत्रों का कहना है कि अक्षय, पवन और मुकेश पहले जेल संख्या-2 और विनय जेल संख्या-4 में बंद था। बुधवार को चारों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया। चोरों का डेथ वारंट जारी होने के बाद अब जेल मैनुअल के हिसाब से कार्य शुरू कर दिए गए हैं। सभी दोषियों के खानपान और मानसिक स्थिति पर नजर रखी जा रही है। दोषियों की दिनचर्या से जेल अधीक्षक व उप अधीक्षक को थोड़ी-थोड़ी देर में अवगत कराया जा रहा है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि डेथ वारंट जारी होने के बाद से ही चारों ने खाना-पीना बेहद कम कर दिया है।