20 अप्रैल तक सख्ती, लेकिन किसान न घबराएं, राज्य में सरसों की खरीद कल से ही चालू होगी

पानीपत. कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा है कि 20 अप्रैल तक हर जिले, कस्बे, थाने में सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जाएगा। हालांकि, राज्य के किसानों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। हरियाणा में किसानों की फसल खरीद में कोई दिक्कत नहीं आएगी। प्रदेाश में 15 अप्रैल यानी कल से सरसों की खरीद की जाएगी। जबकि गेहूं की खरीद का काम 20 अप्रैल को शुरू होगा। इसके लिए सरकार ने तैयारी कर ली है। प्रदेशभर में 1887 मंडी व खरीद केंद्र बनाए गए हैं। राज्य सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश के किसानों को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। 


किसानों को मिलेगी सूचना, खरीद का ऐसा होगा पैटर्न
संक्रमण को देखते हुए इस बार कोई भी किसान सीधे मंडी में फसल लेकर नहीं जा सकेगा। हरियाणा सरकार सबसे पहले उन किसानों की फसल खरीदेगी जिन्होंने अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवा रखा है। ऐसे साढ़े 9 लाख किसान हैं, जिन्होंने अभी तक रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। सरकार किसानों को मंडी में फसल लेकर आने से पहले मैसेज, फोन कॉल, मुनादी से सूचित करेगी। इसके बाद वह किसान अगले दिन फसल लेकर मंडी में जाएगा। प्रत्येक मंडी में 50 किसान सुबह और 50 किसान शाम को फसल लेकर जाएंगे। खरीद केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजेशन का विशेष ख्याल रखा जाएगा। हरियाणा में करीब 15 लाख एकड़ में सरसों तो 60 लाख एकड़ में गेहूं की फसल है। 


20 अप्रैल के बाद धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील देने के लिए हरियाणा सरकार ने बनाया खाका
20 अप्रैल के लॉकडाउन के बाद इंडस्ट्री समेत कुछ अन्य गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू किया जा सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके कार्यालय के अधिकारियों ने इसको लेकर रणनीति बना ली है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को सभी विभागों से उनकी प्रदेश भर में स्थिति की रिपोर्ट मांगी, जिस पर देर रात तक मंथन चला। स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर जिले की वर्तमान स्थिति बताते हुए संभावित मरीजों को लेकर भी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई है।


प्रदेश में धारा 144 लागू रहेगी, सरकारी दफ्तर भी शुरू होंगे
राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार 20 अप्रैल के बाद अपने सभी सरकारी दफ्तर खोलेगी। हालांकि, इनमें ग्रुप-ए और बी के सभी अधिकारियों को बुलाए जाने के साथ ग्रुप-सी और डी के 30 फीसदी कर्मचारियों को रोस्टर प्रणाली के तहत बुलाया जा सकता है। लेकिन प्रदेश में धारा-144 लागू रहेगी। प्रदेश में मास्क या कपड़े से चेहरे को ढकना अनिवार्य रहेगा। हॉट स्पॉट घोषित गुड़गांव, पलवल, नूंह और फरीदाबाद को रेड जोन में रखा जाएगा। रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ ग्रीन जोन में आएंगे, क्योंकि यहां अभी तक एक भी केस नहीं आए हैं। जबकि बाकी 16 जिले ऑरेंज जोन में रखे जाएंगे।


राज्य में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 183


राज्य में कुल संक्रमित का आंकड़ा 183 पहुंच गया। सबसे ज्यादा 45 मरीजों नूंह के हैं। गुरुग्राम में 32, फरीदाबाद में 31, पलवल में 29, अम्बाला में 7, करनाल में 6,  पंचकूला में 5, पानीपत-सिरसा में 4-4, यमुनानगर-सोनीपत में 3-3, हिसार, जींद, कुरुक्षेत्र में 2-2 और रोहतक, चरखी-दादरी और फतेहाबाद में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिला है।


हरियाण में 183 संक्रमित में से 116 जमाती


हरियाणा में अब संक्रमित मिले जमातियों की संख्या 116 हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या नूंह जिले की है। यहां कुल 38 जमाती संक्रमित हैं। इसके अलावा पलवल में 28, गुरुग्राम में 15, अम्बाला में 5, भिवानी में 2, कैथल में 1, फरीदाबाद में 17, पंचकूला में 3, यमुनानगर 3, चरखी दादरी 1, जींद 1, फतेहाबाद 1, सोनीपत 1 लोग संक्रमित हैं, जो मरकज से आए हुए थे। सभी धर्म प्रचार का काम कर रहे थे। जिन्हें अलग-अलग मस्जिदों व गांवों से पकड़ा गया है।  



10 विदेशी 64 बाहरी राज्यों के संक्रमित
हरियाणा में मिले संक्रमित मरीजों में 10 विदेशी और 64 बाहरी राज्यों के हैं। इनमें श्रीलंका से 6, नेपाल, थाइलैंड, इंडोनेशिया व साउथ अफ्रीका का एक-एक नागरिक शामिल है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के 11, हिमाचल प्रदेश के 10, तमिलनाडु के 7, पचिश्म बंगाल के 4, केरला के 5, बिहार के 8, तेलंगाना के 2, आंध्र प्रदेश से 2, महाराष्ट्र के 6, जम्मू के 3, मध्यप्रदेश के 2 और पंजाब, कर्नाटक, चेन्नई, असम का एक-एक नागरिक संक्रमित है।