कोरोना को हराने वाला युवक बोला- सबसे पहले उन पर कार्रवाई हो जो सोशल मीडिया पर झूठी खबर फैला लोगों को डरा रहे हैं

पानीपत/अम्बाला. हरियाणा में अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल से बाहर निकला गुरप्रीत बेहद खुश था। हालांकि गुरप्रीत ने मास्क लगाया हुआ था, उसके चेहरे की खुशी नजर नहीं आ रही थी लेकिन उसके शब्द जाहिर कर रहे थे। हॉस्पिटल के बाहर आते ही गुरप्रीत ने कहा कि सबसे पहले उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, जो सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस से जुड़ी अफवाहें फैलाकर लोगों को डरा रहे हैं। आए दिन मेरे नाम से वीडियो वायरल कर दी जाती थी कि गुरप्रीत की हालत खराब है। मेरे से जुड़े वीडियो वायरल होते थे तो वे घरवालों तक भी पहुंच जाते थे। उनके फोन आते थे, रिश्तेदारों के फोन आते थे। कहते थे कि तेरा वीडियो आया कि तेरी तबीयत ज्यादा खराब है। मैं उन्हें बार-बार समझाता था कि तबीयत ठीक है। लेकिन अफवाहें फैलाने वाले लोग नहीं मानते थे।


गुरप्रीत का कहना था कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। गलत वीडियो या जानकारी से मनोबल टूट जाता है। कभी आपका-कभी आपके परिवार का। यह बिल्कुल ठीक नहीं है। लोगों को कोई वीडियो शेयर करते हुए 50 बार सोचना चाहिए। वह सच है या झूठ। इसे समझना चाहिए। गुरप्रीत ने कहा कि अस्पताल में स्टाफ बहुत फ्रैंडली था, उनका व्यवहार अच्छा था, तभी रिकवरी करने में मदद मिली। उसने जाने से पहले डॉक्टर से लेकर सफाई कर्मचारी तक को थैंक्यू कहा। 




डॉक्टर बोली- शुरूआत में घबराया हुआ था लेकिन बाद में नॉर्मल हो गया था
गुरप्रीत का इलाज करने वाले डॉक्टरों में शामिल महिला डॉक्टर का कहना था कि गुरप्रीत जब यहां भर्ती हुआ था वह घबराया हुआ था। परिवार पास नहीं था लेकिन जब उसने देखा कि डॉक्टरों का बर्ताव अच्छा है। वह नॉर्मल हो गया। उसकी शुरूआत में रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन अब लगातार रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उसे क्वारैंटाइन रहने की हिदायत दी है। इसके साथ-साथ कहा गया है कि दोबारा किसी तरह की कोई दिक्कत महसूस होने पर तत्काल अस्पताल से संपर्क करे। 


29 को हुआ था अम्बाला के अस्पताल में भर्ती


पंजाब के पटियाला जिले के रामपुर का रहने वाला युवक गुरप्रीत 29 मार्च को अम्बाला के सिविल अस्पताल में भर्ती हुआ था। वह 19 मार्च को नेपाल से हवाई जहाज से दिल्ली आया था। वहां से वह अम्बाला में अपने दोस्त के यहां आ गया। इस बीच उसको बुखार की शिकायत हुई तो उसे 29 मार्च को अम्बाला के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां उसका कोरोना टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव आया था।