मेडिकल कॉलेज में तीन अन्य डॉक्टरों में दिखे कोरोना के लक्षण, सैंपल जांच को भेजे

जेएन मेडिकल कॉलेज में एक पीडियाट्रिक्स सर्जन के कोरोना संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद अब संभावना व्यक्त की जा रही है कि डॉक्टर के संपर्क में आए दूसरे अन्य डॉक्टर व स्टाफ को भी संक्रमण हो सकता है। तीन डॉक्टरों में कोरोना संक्रमण के लक्षण भी दिखने की बात कही जा रही है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एहतियात के तौर पर छह-सात डॉक्टर सहित 25 से अधिक मेडिकल स्टाफ को आइसोलेशन में भेज दिया है। 
गत बृहस्पतिवार को एक बच्चे का ऑपरेशन करते समय संक्रमित डॉक्टर के साथ चार अन्य डॉक्टर व स्टाफ भी था। इसी आधार पर इनके भी संक्रमित होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। फिलहाल इन सभी को आइसोलेशन में भेज दिया गया है और सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि तीन डॉक्टरों में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू हो गए हैं। जेएन मेडिकल कॉलेज में संक्रमण का शिकार हुई डॉक्टर के पिछले चार-पांच दिनों की पूरी हिस्ट्री तैयार की जा रही है कि वह किन किन लोगों से मिलीं और किस-किस मरीज को देखा।



जेएन मेडिकल कॉलेज के ही संबंध में एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर चल रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान संक्रमण की चपेट में आईं। यह डॉक्टर पिछले दो-तीन दिनों में कई रेजिडेंट डॉक्टर के संपर्क में रहीं। इसलिए आशंका है कि जेएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया है। यह भी कहा जा रहा है कि हालात जो दिखाई दे रहे हैं उससे कहीं ज्यादा स्थिति गंभीर है।



अभी सिर्फ एक डॉक्टर कन्फर्म है, अन्य के सैंपल जांच को भेजे हैं : एएमयू  
जेएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस संक्रमण पाए जाने के बाद एएमयू जनसंपर्क विभाग के एमआईसी प्रोफेसर शाफे किदवई ने बताया कि अभी तक सिर्फ एक डॉक्टर के ही पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। बाकी ऑपरेशन के समय चार पांच लोगों का स्टाफ था, उन सभी को आइसोलेशन में भेजा गया है। सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। इसके अलावा संक्रमण का शिकार हुई डॉक्टर मेडिकल कॉलेज में किन-किन लोगों से मिली हैं, ऐसे 20 लोगों की सूची बनाकर उनको होम क्वारंटीन कर दिया गया है।  सर्जरी विभाग में जो पांच पेशेंट थे उनको भी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया है। कोरोना संक्रमण की जांच से पहले एक स्क्रीनिंग की प्रक्रिया होती है। पूरे मेडिकल कॉलेज में स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को और तेज कर दिया गया है। इस प्रकार संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी प्रकार के एहतियाती उपाय किए हैं।