उत्तराखंड में भाजपा के बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट को लेकर चर्चाओं में हैं। ये पोस्ट उन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात पर लिखी है। इसमें विधायक ने लोगों को आगाह किया है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वे नजीबाबाद से आने वाली सब्जियां न खरीदें और ये भी देख लें कि वे किसकी दुकान से सब्जी खरीद रहे हैं।
वहीं, भाजपा ने भट्ट की पोस्ट से किनारा कर लिया है। फेसबुक पर लिखी गई उनकी यह पोस्ट खूब शेयर हो रही है। इस पर कमेंट्स भी खूब आ रहे हैं। बहुत से लोगों ने न सिर्फ विधायक की इस पोस्ट का समर्थन किया, बल्कि उनके साहस की प्रशंसा भी की।
लेकिन उनकी इस पोस्ट पर असहमति जताने वाले लोग भी कम नहीं हैं। उनकी निगाहों में भट्ट की यह पोस्ट हास्यास्पद और सामाजिक सौहार्द के विरुद्ध है। विधायक ने अपनी पोस्ट में कहा है कि लोग उत्तराखंड में उगी हुईं सब्जियां खरीदें। इस पर भी कमेंट हुआ है कि पहाड़ में सब्जी केवल बरसात में ही उपलब्ध होती है।
भाजपा ने बयान से किया किनारा
निर्वाचित होने के बाद जनप्रतिनिधि सबका होता है। जैसे प्रधानमंत्री पूरे देश व मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के होते हैं। मेरे विचार से विधायकों को इस तरह के बयानों से बचना चाहिए। आज यह संकट वर्ग विशेष या जाति विशेष पर नहीं, बल्कि पूरे मानव जीवन पर है।
- किशोर उपाध्याय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस