उत्तराखंड में लॉकडाउन आज लॉकडाउन का 27वां दिन, -


उत्तराखंड में रविवार को कोरोना संक्रमण के दो और मामले सामने आए। प्रदेश में अब कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 44 हो गई है।
Live Updates- 
- देहरादून में कोरोना के दो पॉजिटिव मिलने के बाद पुलिस ने आजाद कॉलोनी को सील किया है। संपर्क में आए 21 लोगों को क्वारंटीन करने की तैयारी की जा रही है। दोनों जमाती पश्चिम बंगाल के हैं और देहरादून की आजाद नगर कॉलोनी में ठहरे थे। राजधानी में कोरोना के चलते अब तक चार इलाकों को सील किया जा चुका है।


- दो और कोरोना संक्रमित जमाती ठीक हो गए हैं। एक कानपुर और एक देहरादून का है। देर रात हल्द्वानी से रिपोर्ट आई। आज दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा। इसकी पुष्टी डिप्टी एमएस और स्टेट कॉर्डिनेटर कोरोना डॉक्टर एनएस खत्री ने की है। अब राज्य में सही हो चुके मरीजों की संख्या 13 हो चुकी है।


- उत्तरकाशी जिले के बड़कोट में यमुनोत्री हाईवे पर कुथनौर के पास काम कर रहे कुछ मजदूरों के पास राशन नहीं था। जिस पर वह पैदल जा रहे थे। पुलिस ने तुनाल्का में उन्हें पकड़ लिया औ पूछताछ की। वहीं देहरादून के माजरा में एक शीशा कंपनी में काम करने वाले मजूदर पैदल ही अपने घर लखनऊ सुल्तानपुर के लिए निकल पड़े। 


- लॉकडाउन के कारण गुजरात के राजकोट में भी उत्तराखंड के कई युवा फंस हैं। ऐसे ही कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर उत्तराखंड राज्य सरकार से उन्हें घर भिजवाने में मदद करने की अपील की है। अपील करने वाले युवा खटीमा, टनकपुर, चंपावत, धारचूला और पिथौरागढ़ के हैं। उनका कहना है कि वह सभी राजकोट के अलग- अलग होटल में काम करते हैं और लॉकडाउन में होटल बन्द होने के कारण बुरी तरह से फंस गए हैं। यूपी सरकार ने बसें भेजकर अपने युवाओं को घर भेजने की व्यवस्था की है, इसी तरह उत्तराखंड सरकार भी उनकी मदद कर उन्हें घर भिजवा सकती है। वीडियो में युवाओं ने अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों से भी मदद की अपील की है। उनका कहना है कि पुलिस की सख्ती के कारण वह पैदल भी अपने घरों को नहीं आ सकते हैं। बेरोजगार होने के कारण उनके आगे राशन का भी संकट खड़ा हो गया है।


- हल्द्वानी में  कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र बनभूलपुरा के लाइन नंबर आठ में खड़ी कार में रविवार देर रात आग लग गई। क्षेत्रवासियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया जिससे बड़ा हादसा होने से बचा। लाइन नंबर आठ में स्थानीय निवासी की कबाड़ा कार लंबे समय से खड़ी थी। कार हटाने को लेकर कई बार विवाद भी हो चुका है। रविवार रात पौने तीन बजे कार में अचानक आग लग गई। धुएं से आस-पड़ोस के लोगों की नींद खुली तो उन्होंने बाहर देखा। कार से आग की लपटें उठतीं देख हड़कंप मच गया। उन्होंने छतों से तत्काल पानी डालना शुरू कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, जिससे पड़ोस के मकान आग की चपेट में आने से बच गए। इस बीच सूचना पर फायर ब्रिगेड और बनभूलपुरा थाने के प्रभारी सुशील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। कार स्वामी ने साजिशन आग लगाने का आरोप लगाया। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। 


 


राजस्थान के कोटा से उत्तराखंड के छात्रों को लेकर निकली बसें रात दो बजे मथुरा पहुंची। 18 बसों में करीब 400  बच्चे घरों को निकले हैं। रविवार को अपरान्ह तीन बजे बसें कोटा से रवाना हुई, एक बस में 25 से 28 बच्चे लाए गए हैं। मथुरा में देहरादून रोडवेज डिपो के इंचार्ज अजीत सिंह के निर्देशन में कार्मिक तेजपाल और पवन शर्मा ने कुमाऊं और गढ़वाल के बच्चों से जानकारी लेकर उन्हें अलग-अलग बसों में बिठाया। रोडवेज के तीनों कार्मिक भूखे-प्यासे ड्यूटी पर डटे रहे। स्टेशन इंचार्ज अजीत सिंह ने बताया कि सोमवार तड़के दो बजे से बसें पहुंचना शुरू हुई। बारिश के बीच नौ- नौ बसों में बच्चों को हल्द्वानी, देहरादून को रवाना किया गया। मथुरा से हल्द्वानी को आने वाली बस मुरादाबाद से काशीपुर-रामनगर, रुद्रपुर मार्ग से पहुंचेगी।