130 नए पॉजिटिव मिले, 6 की मौत; कोटा में 3 साल की संक्रमित बेटी की देखभाल के लिए कोरोना वार्ड में रह रही मां

            राजस्थान: लॉकडाउन फेज-3 का पहला दिन



जयपुर. लॉकडाउन फेज-3 के पहले दिन राजस्थान में बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। यहां सोमवार को 130 लोग संक्रमित मिले। इनमें जोधपुर में सबसे ज्यादा 76 नए पॉजिटिव मिले। चित्तौड़गढ़ में 19, जयपुर में 15, पाली में 11, कोटा में 3, राजसमंद में 2, बीकानेर, धौलपुर, अलवर और उदयपुर में 1-1 संक्रमित मिला। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 3016 पहुंच गई। जयपुर में 4 और जोधपुर में 2 की मौत भी हुई। इसके साथ कुल मृतकों की संख्या 77 पहुंच गई।


तीन साल की संक्रमित बेटी की देखभाल के लिए मां वार्ड में रह रही
कोटा की एक मां जो खुद तो संक्रमित नहीं है, लेकिन 3 साल की बेटी की देखभाल के लिए कोरोना मरीजों के वार्ड में रह रही है। डॉक्टरों ने उसे खतरे से आगाह किया, लेकिन उसने साफ कह दिया- मैं बच्ची अकेली नहीं छोड़ सकती। इसके बाद मां से लिखित में अंडरटेकिंग लिया गया। परिवार में बच्ची के दादा सबसे पहले संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद पूरे परिवार का सैम्पल लिया गया, जिसमें सिर्फ बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।


रोजाना 25 हजार जांचों का लक्ष्य, अमेरिका से मंगवाई 2 मशीनें


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आईसीएमआर ने सवाई माधो सिंह हॉस्पिटल (एसएमएस) को प्लाज्मा थैरेपी से उपचार की इजाजत दे दी है। कोरोना के अलावा बाकी मरीजों के लिए सोमवार से वेब पोर्टल से टेलीकन्सल्टेन्सी सेवा शुरू होगी। पहले फेज में 30 डॉक्टर मरीजों को परामर्श देंगे। इसके लिए मोबाइल ऐप भी तैयार हो रहा है। सीएम ने कहा कि हमने रोज 25 हजार कोरोना जांचों का लक्ष्य रखा है, इसके लिए अमेरिका की कंपनी से 2 मशीनें मंगवाई हैं।


ग्रीन जोन वाले 7 जिलों में रोडवेज बसें चलेंगी


लॉकडाउन के तीसरे फेज में राजस्थान के ग्रीन जोन वाले 7 जिलों में रोडवेज बसें चलनी शुरू हो जाएंगी। रेड, ग्रीन और ऑरेंज तीनों ही जोन में शराब की दुकानें खुल सकेंगी। निजी और सरकारी ऑफिस भी खोले जा सकेंगे। हालांकि, कंटेनेमेंट एरिया में यह सब पहले की ही तरह बंद रहेगा। 


अजमेर: 29 घंटे बाद गैस शवदाह गृह में अंतिम संस्कार
शहर में शनिवार को कोरोना संक्रमण से पहली मौत हुई थी, लेकिन जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के बीच खींचतान के कारण उस दिन अंतिम संस्कार नहीं हो सका। मौत के करीब 29 घंटे बाद रविवार शाम साढ़े चार बजे अंतिम संस्कार किया जा सका। यह अंतिम संस्कार पुष्कर रोड स्थित मुक्तिधाम के गैस शवदाह गृह में निगमकर्मियों ने किया। इस दौरान मृतक का कोई भी परिजन या रिश्तेदार मौके पर मौजूद नहीं था। मृतक के माता-पिता, पत्नी और दोनों बच्चे भी संक्रमित हैं।