देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया था। हालांकि इसके बाद 24 मार्च रात 12 बजे से 14 अप्रैल तक के लिए देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। इसे बाद में और बढ़ा दिया गया। यहां यह जानना रोचक हो सकता है कि इससे करीब तीन महीने पहले देश और विदेश में क्या कुछ चल रहा था, क्योंकि तब 28 फरवरी को हमारी दुनिया ऐसी नहीं थी, जैसी अब है
1. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की बैठक हुई। इसमें नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) या राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर कोई चर्चा नहीं हुई। ममता बनर्जी ने दिल्ली हिंसा का मुद्दा जरूर उठाया।
2. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड में 35 साल से हर शनिवार वकीलों के कार्य बहिष्कार को अवैध ठहराया। साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया और राज्य बार काउंसिल को नोटिस भेजा।
3. मेजर जनरल माधुरी कानिटकर ने लेफ्टिनेंट जनरल का पद संभाला। रक्षा क्षेत्र में वह यह कीर्तिमान स्थापित करने वाली देश की तीसरी महिला बनीं।
4. महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष विधायक अबू आसिम आजमी ने दिल्ली में हुए दंगों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए विवादित बयान दिया।
5. दिल्ली में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ने की खबर दुनिया के अखबारों की सुर्खियां बनी।संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस के प्रवक्ता ने भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने ऐसे हालात से निबटने के लिए सलाह भी दी।
6. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के दौरान गौतमपुरी इलाके के निवासियों ने आपसी प्रेम, भाईचारे और एकता की मिसाल पेश की थी। यहां दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर दंगाइयों का सामना किया और उनके मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए।