मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Congress Leader Digvijay Singh) ने फेसबुक पोस्ट कर कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों को गद्दार बताया तो सिंधिया-समर्थक गोविंद सिंह राजपूत (MP Minister Govind Singh Rajpoot) ने उनके भाई को भी लपेटे में ले लिया। राजपूत ने कहा कि लक्ष्मण सिंह भी बीजेपी में गए थे और गद्दारी की शुरुआत दिग्गी के परिवार से ही हुई थी। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया (BJP Leader Jyotiraditya Scindia) का भी बचाव किया।
भोपाल।
मध्य प्रदेश में विधानसभा के उपचुनावों की बढ़ती आहट के साथ राजनीतिक बयानबाजियां भी तेज हो रही हैं। दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह (Congress Leader Digvijay Singh) ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले पूर्व विधायकों पर कटाक्ष किया तो प्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (MP Minister Govind Singh Rajpoot) ने उनके परिवार को ही लपेटे में ले लिया
दिग्गी की वोटर्स से अपील
दिग्गी राजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व विधायकों को उपचुनावों में हराने की अपील आम जनता से की है। उन्होंने विधायकों के क्षेत्र की जनता से अपील करते हुए लिखा कि इन 22 विधायकों का हारना जरूरी है, नहीं तो ये देश के लोकतंत्र के लिए खतरा होगा। हर पार्टी में यही परंपरा शुरू होगी। पार्टियां ये मानने लगेंगी कि जनता चुनाव में वोट न भी दे, तब भी विधायकों को खरीद कर सरकार बनाई जा सकती है। इससे लोगों के वोटों का महत्व कम हो जाएगा। इन विधायकों को गद्दार बताते हुए दिग्विजय ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (BJP Leader Jyotiraditya Scindia) को भी निशाने पर लिया।
मंत्री ने कहा, आपके भाई भी तो बीजेपी में गए थे
दिग्गी के फेसबुक पोस्ट का जवाब देने के लिए प्रदेश के खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मोर्चा संभाला। पूर्व विधायकों को गद्दार बताने का विरोध करते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि गद्दारी की शुरुआत दिग्विजय के परिवार से ही हुई थी जब उनके भाई लक्ष्मण सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए थे। वह कांग्रेस के लिए सबसे खराब दौर था और गद्दारी की शुरुआत यहीं से हुई थी। गोविंद ने कहा कि अगर लक्ष्मण सिंह गद्दार नहीं हैं तो ये 22 विधायक गद्दार कैसे हो सकते हैं।
खूब जमेगी सिंधिया-शिवराज की जोड़ी
राजपूत ने ग्वालियर में बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुमशुदगी वाले पोस्टर पर भी आपत्ति जताई। इसे मूर्खतापूर्ण बताते हुए मंत्री ने कहा कि सिंधिया दिल्ली से ज्यादा अपने क्षेत्र के लोगों के बीच समय बिताते हैं। फिलहाल लॉकडाउन चलते पीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक घरों से बाहर नहीं निकल रहे, ऐसे में सिंधिया कैसे आ सकते हैं। उपचुनावों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी में इस बार दो चेहरे हैं, सिंधिया और शिवराज। दोनों जनता के बीच रहने वाले नेता हैं और उनकी जोड़ी लोगों को खूब पसंद आएगी।