दुमका. दुमका जिला के दो अलग-अलग जगहों पर शनिवार रात एक किशोरी सहित दो लोगों ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। जिले में लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या की वारदातों में काफी इजाफा हुआ है। फांसी लगाकर अब तक करीब 19 लोगों ने खुदकुशी की है।
शनिवार रात जामा क्षेत्र के तपसी पंचायत के लक्ष्मीपुर गांव में एक 25 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के अनुसार दानीनाथ सिन्हा अपने छोटे भाई कन्हैया कुमार सिन्हा के साथ रहता था। करीब 20 दिन पूर्व ही उसके पिता की मृत्यु हुई थी। तब से दानीनाथ तनाव में रहने लगा था। शनिवार देर रात दोनों भाइयों ने खाना बनाकर खाया। उसके बाद छोटा भाई दादी से मिलने चाचा के घर चला गया और कुछ देर बाद लौटा, तो देखा कि कमरा के कुंडी से प्लास्टिक की रस्सी के फंदे के सहारे उनका भाई लटका हुआ है।
कन्हैया के चिल्लाने पर आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और रस्सी काटकर नीचे उतारा और थाना को सूचित किया। जामा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के छोटे भाई के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है। मृतक के परिवार में छोटे भाई के अलावा और कोई सदस्य नहीं है।
मोबाइल पर बात करने से मना करने पर किशोरी ने की आत्महत्या
मोबाइल पर बात करने से मना करने पर नाराज 16 वर्षीय बच्ची ने कमरे के अंदर कुंडी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना रामगढ़ थाना क्षेत्र के झांझर गांव में शनिवार देर रात हुई। जानकारी मिलने पर रामगढ़ थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया है। मृतका के पिता राम भजन पंडित के अनुसार उनकी चार बेटियां हैं। बड़ी बेटी फोन पर अक्सर किसी से बात करती थी। शनिवार शाम में भी वह फोन पर व्यस्त थी, जिस कारण आपस में कुछ कहासुनी हो गई थी। उन्होंने बताया कि खाना खाने के बाद गर्मी के कारण परिवार के अन्य सदस्य घर के बाहर सोए हुए थे। किशोरी अंदर कमरे में सोई थी।
रविवार सुबह जब परिजन सो कर उठे और घर के अंदर गए तो देखा कि किशोरी कुंडी के सहारे झूल रही है। आनन-फानन में परिजनों ने ग्रामीणों को इकट्ठा किया। ग्रामीणों की मदद से उसे फंदे से नीचे उतारा गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। थाना प्रभारी राजीव प्रकाश ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में कुछ कहा जा सकता है।