- जालंधर में रविवार को इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री के मालिक ने परिमंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, बेटे के बचाव में वीडियो जारी किया
- पीड़ित एएसआई मुल्खराज बोले-अगर कार का बोनट हाथ न आता तो अनमोल कुचलकर मार देता, पैरवी कर रहे लोग मेरे परिवार के बारे में भी सोचें
- जालंधर. जालंधर में रविवार को इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री के मालिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह शख्स उसी बिगड़ैल युवक का पिता है, जिसने शनिवार को एक नहीं दो-दो गुनाह किए हैं। एक गुनाह महामारी के बीच कर्फ्यू तोड़ने का और दूसरा कानून के रखवाले को जान मारने की कोशिश भी उसने की थी। बावजूद इसके यह शख्स कह रहा है कि पुलिस बिना मतलब उसके बेटे को क्रिमिनल बनाकर प्रस्तुत किया है। इतना बड़ा भी कसूर नहीं था उसका।
मामला शनिवार सुबह 8 बजे का है। बताया जाता है कि मेहमी इलेक्ट्रीकल इंडस्ट्री के मालिक परिमंदर का लड़का अनमोल घर से बेकरी का सामान लेने के लिए निकला था। मिल्क बार चौक पर पुलिस ने उसे रोका तो बिना परमिशन कर्फ्यू में कार लेकर घूम रहे अनमोल ने कार सीधे एएसआई मुल्खराज पर चढ़ा दी। गनीमत रही कि वह कार के नीचे नहीं आए और बोनट पर गिर गए। इसके बाद अनमोल पूरे 300 मीटर तक एएएसआई को बोनट पर ही लेकर कार को दौड़ाता रहा, लेकिन पुलिस ने पीछा करके अनमोल को रोका। उसके खिलाफ थाना डिविजन 6 में पुलिस ने धारा-144 के उल्लंघन और हत्या की कोशिश के आरोप में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
इसी मामले में रविवार को परमिंदर मेहमी ने वीडियो जारी करके कहा कि उसके बेटे अनमोल का कोई इतना बड़ा कसूर नहीं था। उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन उसे बहुत बड़ा क्रिमिनल बनाकर पेश किया गया है। इससे हमारे पूरे परिवार की छवि खराब हुई है। सोशल मीडिया पर हमारे परिवार की बदनामी की जा रही है। अगर इसे परिपक्वता से हैंडल किया जाता तो इतना बड़ा मुद्दा नहीं बनना था। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के साथ इंसाफ किया जाए, इसके लिए उन्होंने डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के आगे फरियाद ही लगाई है।
इससे पहले कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए काम कर रहे अधिकारियों की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता के आगे बेटे के हाथों हुई कारगुजारी की निंदा जरूर की और उसके लिए माफी भी मांगी, लेकिन पुलिस की तरफ से की गई सख्त कार्रवाई से भी असहमति व्यक्त की। कर्फ्यू का उल्लंघन कर नाके पर कार न रोकने और एएसआई को घसीटकर ले जाने के मामले में सोशल मीडिया पर भी लोग बंट गए हैं।
एएसआई बोला, मुझे कुछ हो जाता तो मेरे बच्चों का क्या होता?
मिल्क बार चौक पर हुई घटना के मामले में एएसआई मुल्खराज भी सामने आए हैं। एएसआई ने कहा कि अगर युवक के परिवार वाले कह रहे हैं कि उनके बच्चे का भविष्य खराब हो जाता तो वह मुझे ये बताएं कि अगर मुझे कुछ हो जाता तो फिर मेरे बच्चों के भविष्य का क्या होता। उन्होंने कहा कि नाके पर युवक से कर्फ्यू पास मांगा गया तो उसने गाड़ी भगा ली। अगर कार का बोनट उनके हाथ न आता तो वह उन्हें कुचलकर मार देता। जो लोग युवक व उसके परिवार की पैरवी कर रहे हैं, वो मेरे व मेरे परिवार के बारे में भी सोचें।
कर्फ्यू तोड़ कार के बोनट पर पुलिस वाले को 300 मीटर घसीटा था, पिता बोला-इतना बड़ा भी कसूर नहीं मेरे बेटे का