कोरोना लॉकडाउन: कमाने के लिए सऊदी अरब गए थे, अब किराए के भी पैसे नहीं हैं"

"मेरे पिता 15 दिनों से मदीना शहर के किंग फ़हद अस्पताल में भर्ती हैं. वो डायबिटीज़ के मरीज़ हैं. डॉक्टर ने कहा है कि कोहनी से नीचे, उनका हाथ काटना पड़ेगा."


"उनकी हालत बहुत ख़राब है, उन्हें तत्काल सर्जरी के लिए भारत आना है. हम आपसे मदद की गुज़ारिश करते हैं."















Syed Imran@imranarsh32



 





 

Hello sir,
My father is in king fahad hospital madina since 15 days he is diabetic patient his left hand not working, dr said they have to cut the hand from elbow, his conditions getting worse need to go urgent surgery in india. Please i beg u to help us sir.
Phn 00966571425305



 

तनवीर नाम के एक व्यक्ति ने दूतावास को ट्वीट कर कहा, "मैं आपको बताना चाहता हूं कि कुछ मज़दूरों ने नौकरियां खो दी हैं, वो अपने कमरों में बैठे हैं. उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है. अब आप उन्हें घर जाने के लिए मौक़ा तो दे रहे हैं लेकिन वो इसके लिए टिकट कैसे खरीद सकते हैं? टिकट बहुत महंगा है. कृपया इसके बारे में विचार करें.

 








 


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पोस्ट ट्विटर समाप्त @imranarsh32









हैदराबाद के रहने वाले सैयद इमरान ने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के उस ट्वीट के जवाब में ये अपील की है, जिसमें दूतावास ने इस सप्ताह विदेश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में फंसे प्रवासी भारतीयों को भारत लाने का काम शुरू होने की बात की है.


पहले हफ़्ते में लगभग 15 हज़ार लोगों को भारत लाया जाएगा. सऊदी अरब से एयर इंडिया की पांच उड़ानों में वहां फंसे भारतीयों को लाने का काम आठ मई से शुरू होगा.


दूसरे कई और ट्वीट्स से सऊदी अरब में फंसे प्रवासी भारतीयों की दशा का अंदाज़ा होता है. ख़ास तौर से उन लोगों की दशा, जो वहां मज़दूरी करने गए थे और लॉकडाउन के कारण अब अपनी नौकरी गँवा बैठे हैं.


तनवीर नाम के एक व्यक्ति ने दूतावास को ट्वीट कर कहा, "मैं आपको बताना चाहता हूं कि कुछ मज़दूरों ने नौकरियां खो दी हैं, वो अपने कमरों में बैठे हैं. उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है. अब आप उन्हें घर जाने के लिए मौक़ा तो दे रहे हैं लेकिन वो इसके लिए टिकट कैसे खरीद सकते हैं? टिकट बहुत महंगा है. कृपया इसके बारे में विचार करें.