भारतीय रेल मंत्रालय ने घोषणा की है कि 25 मार्च से पहले बुक किये गए, 30 जून तक की यात्रा के टिकटों को रद्द माना जाये और उन टिकटों के पूरे पैसे ग्राहकों को वापय किये जाएं.
रेलवे ने अपनी घोषणा में उन बुकिंग्स को भी शामिल किया है जो लॉकडाउन शुरू होने से पहले की गई थीं.
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया है कि ‘विभिन्न राज्यों में फंसे मज़दूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके घर पहुँचाने का कार्य फ़िलहाल जारी रहेगा.
साथ ही 12 मई से जिन 15 स्पेशल इंटरस्टेट ट्रेनों की शुरुआत की गई है, वो भी चलती रहेंगी. रेलवे की ताज़ा घोषणा का इन ट्रेनों से कोई वास्ता नहीं है.’
रेल मंत्रालय ने बताया है कि '13 मई के बाद से आईआरसीटीसी जो टिकटें बुक कर रहा है, उनके लिए सभी यात्रियों से उनके गंतव्य का पता भी माँगा जा रहा है ताकि कोविड-19 के मद्देनज़र स्वास्थ्य विभाग को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने में आसानी हो.'
मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन की घोषणा करने के साथ ही सभी यात्री ट्रेनों को रोक दिया गया था. हालांकि मालवाहक रेलगाड़ियों को ज़रूरी सामान की आवाजाही के लिए चालू रखा गया था.