केस प्रॉपर्टी के रूप में रखी शराब की गड़बड़ी के मामले में जांच करने के लिए एसईटी पहली बार सोनीपत पहुंची। सोनीपत आबकारी विभाग के कार्यालय में रिकार्ड खंगालने के बाद टीम खरखौदा स्थित गोदाम में भी पहुंची जहां पर गड़बड़ी हुई थी। टीम ने निर्णय लिया है कि गोदाम में रखी शराब की गिनती अब दोबारा से एसपी रोहतक की देखरेख में कराई जाएगी। इसके लिए शुरुआत कर दी गई है।
पुलिस और आबकारी विभाग के शराब की पेटियों के गिनती करने के तरीके से अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तीन घंटे तक आबकारी विभाग के कार्यालय में फाइल खंगाली। साथ ही कई फाइल जब्त करने के साथ ही कई की फोटोस्टेट कराकर अपने साथ ले ली। खरखौदा में गोदाम में भी टीम करीब पौना घंटा तक रही। खरखौदा बाईपास पर शराब तस्करी के आरोपी भूपेंद्र की मां के नाम लीज पर लिए गए गोदाम में रखी जब्त की गई करोड़ों की शराब का घालमेल होने का मामला सामने आया था।
जिसमें भूपेंद्र का नाम आने के बाद उसने सरेंडर कर दिया था। मामले में पुलिस की मिलीभगत का खुलासा हुआ था। इस मामले में खरखौदा थाने के तीन एसएचओ सस्पेंड हो चुके हैं। इनके साथ ही 11 पुलिसकर्मियों और भूपेंद्र सहित उसके साथियों के खिलाफ शराब तस्करी, चोरी व गबन की रिपोर्ट दर्ज है। इस मामले में प्रदेश सरकार ने एसईटी का गठन किया था। जिसमें अध्यक्ष अपर आयुक्त टीसी गुप्ता, आईजी सुभाष यादव व आबकारी विभाग के एडिशनल कमिश्नर विजय सिंह को शामिल किया गया।
अभी तक टीम सोनीपत नहीं आई थी। मंगलवार सुबह टीम 10 बजे सोनीपत पहुंची। वह साढ़े दस बजे मॉडल टाउन स्थित आबकारी विभाग के कार्यालय पहुंचे। उनके साथ एसपी सोनीपत जश्नदीप सिंह रंधावा व एसआईटी प्रभारी एसपी रोहतक राहुल शर्मा, डीएसपी जितेंद्र सिंह और डीएसपी नरेंद्र भी मौजूद रहे। टीम ने मामले में बारीकी से जांच की है।