बीमा कर्मचारी संघ शुक्रवार को श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ एलआईसी के मंडलीय कार्यालय के गेट पर एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन किया। संगठन के महामंत्री डीके पांडे ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की वजह से मेहनतकश श्रमिक वर्ग भुखमरी की कगार पर आ गया है।
वहीं अब श्रमिक कानूनों में फेरबदल कर काम के घंटों को 8 से बढ़ाकर 12 किया जा रहा है, जो की निंदनीय है। इसके अलावा श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर बनाए गए नियमों में भी लगातार परिवर्तन होने से उनमें असुरक्षा का भाव बन रहा है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में है स्थिति यह है कि आवश्यकता पड़ने पर कर्मचारियों की भर्ती तो कर ली जाती है, लेकिन मनमर्जी से छंटनी कर उन्हें परेशानी में छोड़ दिया जाता है। कहा यह पद्धति और संवैधानिक है सरकार को श्रमिक नीतियों में कतई छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। बल्कि श्रमिक सुरक्षा के लिए कानून को और भी ज्यादा सख्त करने की आवश्यकता है।